दिल्ली की हवा में जहर: प्रदूषण की मार, नई पाबंदियां लागू, स्कूल ऑनलाइन
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से हालात गंभीर, AQI 'गंभीर' श्रेणी में जारी। स्कूलों को ऑनलाइन किया गया, निर्माण पर पाबंदियां लागू। जानें कैसे GRAP के तीसरे चरण के तहत नई पाबंदियां और सावधानियां लागू की गई हैं। स्वास्थ्य पर बढ़ते असर और डॉक्टरों की सलाह जानने के लिए पढ़ें।
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली लगातार तीसरे दिन घने स्मॉग की चादर में लिपटी हुई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) "गंभीर" श्रेणी में बना हुआ है। आज सुबह AQI 498 के साथ दिल्ली दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर है, जबकि पाकिस्तान का लाहौर 770 AQI के साथ पहले स्थान पर है। स्विस कंपनी IQAir द्वारा PM 2.5 डेटा के आधार पर यह रैंकिंग की गई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के 'समीर ऐप' के अनुसार, दिल्ली के पांच सबसे प्रदूषित इलाके इस प्रकार हैं:
- जहांगीरपुरी (AQI 458)
- बवाना (AQI 455)
- वजीरपुर (AQI 455)
- रोहिणी (AQI 452)
- पंजाबी बाग (AQI 443)
धुंध के कारण उड़ानों और ट्रेनों पर असर
घने स्मॉग के चलते दिल्ली के पालम और सफदरजंग इलाकों में दृश्यता क्रमशः 500 मीटर और 400 मीटर दर्ज की गई। इसका असर देशभर में हवाई और रेल सेवाओं पर पड़ा है।
- हवाई सेवाएं: अमृतसर आने-जाने वाली कई इंडिगो उड़ानें प्रभावित हुई हैं। स्पाइसजेट की दिल्ली और दरभंगा के बीच कई उड़ानें देरी से चल रही हैं।
- रेल सेवाएं: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 25 से अधिक ट्रेनें देरी से चल रही हैं। कई ट्रेनें दो घंटे से अधिक की देरी से पहुंच रही हैं।
स्कूल ऑनलाइन, नई पाबंदियां लागू
मुख्यमंत्री आतिशी ने ‘X’ पर पोस्ट कर घोषणा की कि प्राथमिक स्कूलों की सभी कक्षाएं अगले आदेश तक ऑनलाइन होंगी।
गुरुवार को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण (Stage 3) को लागू कर दिया। इसके तहत निम्नलिखित प्रतिबंध और उपाय किए गए हैं:
- गैर-आवश्यक निर्माण और विध्वंस कार्यों पर प्रतिबंध।
- दिल्ली और NCR (गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा) में BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल चार पहिया वाहनों के संचालन पर रोक।
- केवल आपातकालीन जरूरतों के लिए डीजल जनरेटर सेट का उपयोग।
- सड़कों पर धूल कम करने के लिए यंत्रीकृत सफाई और पानी का छिड़काव।
- सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को बढ़ावा और ऑफ-पीक यात्रा के लिए छूट।
वायु प्रदूषण के स्वास्थ्य पर प्रभाव
डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि "गंभीर" AQI के लंबे समय तक संपर्क में रहने से स्वस्थ लोगों पर भी असर पड़ सकता है और मौजूदा बीमारियों वाले लोगों के लिए यह स्थिति घातक हो सकती है।
डॉ. सुक्रित सिंह सेठी, कंसल्टेंट - गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी, नारायणा अस्पताल, गुरुग्राम ने बताया, “प्रदूषित हवा में मौजूद हानिकारक कण और गैसें शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस पैदा करती हैं, जो आंत के स्वास्थ्य और पाचन को प्रभावित करती हैं।”
GRAP के चार चरण
GRAP वायु गुणवत्ता के अनुसार चार चरणों में कार्रवाई करता है:
- चरण 1 (AQI 201-300): सड़कों पर पानी का छिड़काव, निर्माण स्थलों पर धूल प्रबंधन, प्रदूषणकारी वाहनों की सख्त जांच।
- चरण 2 (AQI 301-400): पार्किंग शुल्क में वृद्धि, CNG/इलेक्ट्रिक बस और मेट्रो सेवाओं की संख्या बढ़ाना।
- चरण 3 (AQI 401-450): गैर-आवश्यक निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध, BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल वाहनों पर रोक।
- चरण 4 (AQI >450): ट्रकों की एंट्री पर रोक, स्कूल और कार्यालय बंद करने जैसे आपातकालीन कदम।
स्वास्थ्य सलाह:
- सुबह और शाम के समय बाहरी गतिविधियों से बचें।
- बाहर जाते समय मास्क का इस्तेमाल करें।
- बच्चों, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों से ग्रसित लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
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