हिरासत में लिए गए खान सर को पुलिस ने किया रिहा, BPSC नॉर्मलाइजेशन का विरोध थमा
खान सर को बीपीएससी नॉर्मलाइजेशन का विरोध करते हुए हिरासत में लिया गया, फिर रिहा कर दिया गया। बीपीएससी ने स्पष्ट किया कि इस साल नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होगा।
पटना: बीपीएससी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल खान सर को पुलिस ने हिरासत में लेने के कुछ घंटों बाद रिहा कर दिया। खान सर, जो पटना में "खान ग्लोबल स्टडीज" कोचिंग संस्थान चलाते हैं, बीपीएससी के उम्मीदवारों के साथ नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे।
इससे पहले, खान सर ने स्पष्ट रूप से कहा था कि वे छात्रों के अधिकारों के लिए अंत तक लड़ने को तैयार हैं, भले ही इसके लिए उन्हें लाठियां क्यों न खानी पड़ें। हिरासत में लिए जाने से पहले उन्होंने कहा, "हम तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक आयोग नॉर्मलाइजेशन का फैसला वापस नहीं ले लेता।"
नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन
13 दिसंबर को होने वाली बीपीएससी परीक्षा से पहले नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ छात्रों में गहरी नाराज़गी देखी गई। छात्र इस प्रक्रिया को "असंगत और अनुचित" बता रहे थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान खान सर ने मीडिया से बात करते हुए कहा,
"नॉर्मलाइजेशन एक ऐसा नियम है, जो केवल गणित के लिए बनाया गया है, लेकिन इसे सामान्य अध्ययन (जीएस) के लिए लागू करना पूरी तरह गलत है। जीएस में यह तय करना असंभव है कि कौन-सा प्रश्न कठिन है और कौन-सा आसान।"
उन्होंने बीपीएससी को सीधे चुनौती देते हुए कहा कि अगर नॉर्मलाइजेशन हटाने की घोषणा नहीं की जाती, तो विरोध जारी रहेगा।
छात्रों और प्रदर्शनकारियों का समर्थन
प्रदर्शन के दौरान खान सर के नेतृत्व में हजारों छात्र गांधी मैदान में जमा हुए। छात्रों का कहना था कि यह प्रक्रिया उनके भविष्य को खतरे में डाल सकती है। सोशल मीडिया पर भी खान सर के समर्थन में बड़ी संख्या में पोस्ट किए गए।
हिरासत में लिए गए, फिर रिहा हुए खान सर
पुलिस ने खान सर को प्रदर्शन स्थल से हिरासत में लिया, जिससे छात्रों और प्रदर्शनकारियों में रोष फैल गया। हालांकि, कुछ घंटों बाद पुलिस ने उन्हें रिहा कर दिया। इस घटनाक्रम के बाद बीपीएससी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट किया कि इस साल बीपीएससी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होगा।
बीपीएससी के बयान के बाद प्रदर्शनकारी शांत हो गए और धरना समाप्त कर दिया। आयोग ने यह भी कहा कि नॉर्मलाइजेशन को लेकर अफवाहें "कोचिंग संस्थानों" की ओर से फैलाई गई थीं।
खान सर का संघर्ष जारी रहेगा
रिहाई के बाद, खान सर ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा, "छात्रों का भविष्य मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है। मैं हमेशा उनके साथ खड़ा रहूंगा और उनकी हर समस्या के समाधान के लिए लड़ता रहूंगा।"
मामला शांत, लेकिन सवाल कायम
हालांकि नॉर्मलाइजेशन पर विवाद खत्म हो गया है, लेकिन यह मामला इस बात पर सवाल उठाता है कि परीक्षा प्रणाली में सुधार के लिए छात्रों और शिक्षकों को क्यों सड़कों पर उतरना पड़ता है।
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